अब दिल भी दुखाओ तो अज़िय्यत नहीं होती By Sher << बदन मल्बूस में शोला सा इक... 'अकमल' आज का इंसा... >> अब दिल भी दुखाओ तो अज़िय्यत नहीं होती हैरत है किसी बात पे हैरत नहीं होती Share on: