अब मुझ को रुख़्सत होना है अब मेरा हार-सिंघार करो By Sher << चलते रहे तो कौन सा अपना क... तेरी ताबिश से रौशन हैं गु... >> अब मुझ को रुख़्सत होना है अब मेरा हार-सिंघार करो क्यूँ देर लगाती हो सखियो जल्दी से मुझे तय्यार करो Share on: