अब तिरे ज़िक्र पे हम बात बदल देते हैं By Sher << अगर समझो नमाज़-ए-ज़ाहिद-ए... आह-ए-रसा ख़ुदा के लिए देख... >> अब तिरे ज़िक्र पे हम बात बदल देते हैं कितनी रग़बत थी तिरे नाम से पहले पहले Share on: