अब टूटने ही वाला है तन्हाई का हिसार By Sher << किसी तरह भी तो वो राह पर ... बड़ा वीरान मौसम है कभी मि... >> अब टूटने ही वाला है तन्हाई का हिसार इक शख़्स चीख़ता है समुंदर के आर-पार Share on: