अब उन की ख़्वाब-गाहों में कोई आवाज़ मत करना By Sher << आबाद करें बादा-कश अल्लाह ... जिस का डर था वही हुआ यारो >> अब उन की ख़्वाब-गाहों में कोई आवाज़ मत करना बहुत थक-हार कर फ़ुटपाथ पर मज़दूर सोए हैं Share on: