अब ये समझे कि अंधेरा भी ज़रूरी शय है Admin नशीली आँखें शायरी, Sher अब ये समझे कि अंधेरा भी ज़रूरी शय है बुझ गईं आँखें उजालों की फ़रावानी से This is a great जरूरी शायरी. Share on: