तअ'ज्जुब कुछ नहीं 'दाना' जो बाज़ार-ए-सियासत में By Sher << दिल तोड़ने वाले को ख़बर ह... इक शफ़्फ़ाफ़ तबीअत वाला स... >> तअ'ज्जुब कुछ नहीं 'दाना' जो बाज़ार-ए-सियासत में क़लम बिक जाएँ तो सच बात लिखना छोड़ देते हैं Share on: