मिरी बात-चीत उस से 'एहसाँ' कहाँ है By Sher << क़दमों पे गिरा तो हट के ब... कौन दिल की ज़बाँ समझता है >> मिरी बात-चीत उस से 'एहसाँ' कहाँ है न उस का दहाँ है न मेरी ज़बाँ है Share on: