अभी गुनाह का मौसम है आ शबाब में आ By Sher << बुत यहाँ मिलते नहीं हैं य... देखते हम भी हैं कुछ ख़्वा... >> अभी गुनाह का मौसम है आ शबाब में आ नशा उतरने से पहले मिरी शराब में आ Share on: