अब्र है गुलज़ार है मय है ख़ुशी का दौर है By Sher << बोले वो बोसा-हा-ए-पैहम पर आप की ज़िद ने मुझे और पिल... >> अब्र है गुलज़ार है मय है ख़ुशी का दौर है आज तो डूबे हुए दिल को उछलने दीजिए Share on: