अदावतों में जो ख़ल्क़-ए-ख़ुदा लगी हुई है By Sher << चंद ख़ुशियों को बहम करने ... अब वो तितली है न वो उम्र ... >> अदावतों में जो ख़ल्क़-ए-ख़ुदा लगी हुई है मोहब्बतों को कोई बद-दुआ लगी हुई है Share on: