अफ़्साना दर्द-ओ-ग़म का सुनाया न जाएगा By Sher << बात तेरे नाम की होने लगी शेल्फ़ पे उल्टा कर के रख ... >> अफ़्साना दर्द-ओ-ग़म का सुनाया न जाएगा अब ज़ख़्म-ए-दिल किसी को दिखाया न जाएगा Share on: