ऐसा हो ज़िंदगी में कोई ख़्वाब ही न हो By Sher << हमें तो उन की मोहब्बत है ... ढूँड लाया हूँ ख़ुशी की छा... >> ऐसा हो ज़िंदगी में कोई ख़्वाब ही न हो अँधियारी रात में कोई महताब ही न हो Share on: