अज़ाँ दे के नाक़ूस को फूँक कर By Sher << अलग बैठे थे फिर भी आँख सा... जुदा थी बाम से दीवार दर अ... >> अज़ाँ दे के नाक़ूस को फूँक कर तुझे हर तरह कब पुकारा नहीं Share on: