अज़ाँ का काम चल जाए जो नाक़ूस-ए-बरहमन से By Sher << ये शफ़क़ चाँद सितारे नहीं... मिलते हैं मुस्कुरा के अगर... >> अज़ाँ का काम चल जाए जो नाक़ूस-ए-बरहमन से बड़ा ये बोझ उतरे ऐ मोअज़्ज़िन तेरी गर्दन से Share on: