अजब ख़ुलूस अजब सादगी से करता है By Sher << अब देखना है मुझ को तिरे आ... काग़ज़ की नाव हूँ जिसे ति... >> अजब ख़ुलूस अजब सादगी से करता है दरख़्त नेकी बड़ी ख़ामुशी से करता है Share on: