अजीब आग लगा कर कोई रवाना हुआ By Sher << बना रखा है मंसूबा कई बरसो... होंटों से वो देखता है मुझ... >> अजीब आग लगा कर कोई रवाना हुआ मिरे मकान को जलते हुए ज़माना हुआ Share on: