अज़ीज़ो आओ अब इक अल-विदाई जश्न कर लें By Sher << बहुत नुक़सान होता है आज दरिया में अजब शोर अजब ... >> अज़ीज़ो आओ अब इक अल-विदाई जश्न कर लें कि इस के ब'अद इक लम्बा सफ़र अफ़सोस का है Share on: