अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है By Sher << दिल से अगर कभी तिरा अरमान... आज मुझ को बहुत बुरा कह कर >> अक़्ल कहती है दोबारा आज़माना जहल है दिल ये कहता है फ़रेब-ए-दोस्त खाते जाइए Share on: