अकेले घर में भरी दोपहर का सन्नाटा By Sher << अपनी आग को ज़िंदा रखना कि... आओ ज़रा सी देर को हम हँस-... >> अकेले घर में भरी दोपहर का सन्नाटा वही सुकून वही उम्र भर का सन्नाटा Share on: