अल्लाह-री नज़ाकत-ए-जानाँ कि शेर में By Sher << जो तेरे ग़म में जले हैं व... देखने वाला कोई मिले तो दि... >> अल्लाह-री नज़ाकत-ए-जानाँ कि शेर में मज़मूँ बंधा कमर का तो दर्द-ए-कमर हुआ Share on: