अब के हम ने भी दिया तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ का जवाब By Sher << अभी तो घर में न बैठें कहो... धूप काफ़ी दूर तक थी राह म... >> अब के हम ने भी दिया तर्क-ए-तअ'ल्लुक़ का जवाब होंट ख़ामोश रहे आँख ने बारिश नहीं की Share on: