तवक़्क़ो' है धोके में आ कर वह पढ़ लें By Sher << वो घर से चले राह में रुक ... सुना है जब सीं तेरे हुस्न... >> तवक़्क़ो' है धोके में आ कर वह पढ़ लें कि लिक्खा है नामा उन्हें ख़त बदल कर Share on: