अनार-ए-ख़ुल्द को तू रख कि मैं पसंद नहीं By Sher << कभी मिलोगे ये सोच कर दिल आगे निकल गए थे ज़रा अपने-... >> अनार-ए-ख़ुल्द को तू रख कि मैं पसंद नहीं कुचें वो यार की रश्क-ए-अनार ऐ वाइ'ज़ Share on: