वो रंग रंग के छींटे पड़े कि उस के ब'अद By Sher << ख़याल-ए-नाफ़-ए-बुताँ से ह... हमारे आगे तिरा जब किसू ने... >> वो रंग रंग के छींटे पड़े कि उस के ब'अद कभी न फिर नए कपड़े पहन के निकला मैं Share on: