तू उस निगाह से पी वक़्त-ए-मय-कशी 'ताबाँ' By Sher << दिल के माबूद जबीनों के ख़... ख़ुद अपने शब-ओ-रोज़ गुज़र... >> तू उस निगाह से पी वक़्त-ए-मय-कशी 'ताबाँ' की जिस निगाह पे क़ुर्बान पारसाई हो Share on: