अपने बदन को छोड़ के पछताओगे मियाँ By Sher << क़रीब से न गुज़र इंतिज़ार... मुझे ये क्या पड़ी है कौन ... >> अपने बदन को छोड़ के पछताओगे मियाँ बाहर हवा है तेज़ बिखर जाओगे मियाँ Share on: