अपने ग़म की फ़िक्र न की इस दुनिया की ग़म-ख़्वारी में By Sher << करोगे याद तो हर बात याद आ... समझ रहा था जिसे ख़ैर-ख़्व... >> अपने ग़म की फ़िक्र न की इस दुनिया की ग़म-ख़्वारी में बरसों हम ने दस्त-ए-जुनूँ से काम लिया दानाई का Share on: