अपनी मिट्टी ही पे चलने का सलीक़ा सीखो By Sher << चीन ओ अरब हमारा हिन्दोस्त... चाँद का क़ुर्ब लगा कैसा च... >> अपनी मिट्टी ही पे चलने का सलीक़ा सीखो संग-ए-मरमर पे चलोगे तो फिसल जाओगे Share on: