अपनी पलकों के शबिस्तान में रक्खा है तुम्हें By Sher << कोई ऐसी दवा दे चारा-गर दोस्तों मैं कोई ख़ुदा तो ... >> अपनी पलकों के शबिस्तान में रक्खा है तुम्हें तुम सहीफ़ा हो सो जुज़दान में रक्खा है तुम्हें Share on: