अपनी तो इस चमन में नित उम्र यूँही गुज़री By Sher << यूँ तो हर रात चमकते हैं स... सोता रहा होंटों पे तबस्सु... >> अपनी तो इस चमन में नित उम्र यूँही गुज़री याँ आशियाँ बनाया वाँ आशियाँ बनाया Share on: