अरमाँ के ताबूत में जब मैं वक़्त की कीलें गाड़ चुकूँगा By Sher << तुम ने बहता दरिया देखा और... हमें ख़बर है कि हम हैं चर... >> अरमाँ के ताबूत में जब मैं वक़्त की कीलें गाड़ चुकूँगा फिर जब भी तुम याद आओगे बह जाओगे अश्कों में Share on: