हम 'आरज़ू' आए बैठे हैं और वो शरमाए बैठे हैं By Sher << अब्र में बादा-परस्तों का ... तुम से अब क्या कहें वो ची... >> हम 'आरज़ू' आए बैठे हैं और वो शरमाए बैठे हैं मुश्ताक़-नज़र गुस्ताख़ नहीं पर्दा सरकाना क्या जाने Share on: