अवामुन्नास को ऐसे दबोचा है गिरानी ने By Sher << सेह्हत है मरज़ क़ज़ा शिफ़... मैं ने हर गाम उसे अव्वल ओ... >> अवामुन्नास को ऐसे दबोचा है गिरानी ने कि जैसे कैट के पंजे में कोई रैट होता है Share on: