'शफ़क़' का रंग कितने वालेहाना-पन से बिखरा है By Sher << अम्न और आश्ती से उस को क्... रात इक शख़्स बहुत याद आया >> 'शफ़क़' का रंग कितने वालेहाना-पन से बिखरा है ज़मीं ओ आसमाँ ने मिल के उनवान-ए-सहर लिक्खा Share on: