बाप ज़ीना है जो ले जाता है ऊँचाई तक By Sher << अपनी वुसअत में खो चुका हू... बुतों में कोई भलाई भी है ... >> बाप ज़ीना है जो ले जाता है ऊँचाई तक माँ दुआ है जो सदा साया-फ़गन रहती है Share on: