बचा क्या रह गया कालक भरे झुलसे मकानों में By Sher << बहुत बईद न था मसअलों का ह... ऐ जुनूँ उस की कहानी भी सु... >> बचा क्या रह गया कालक भरे झुलसे मकानों में उजाड़ी बस्तियों की बे-निशानी का तमाशा कर Share on: