बाद में रखे सराबों के दयारों में क़दम By Sher << सिवाए गुल के वो शोख़ अँखि... मैं तो मस्जिद से चला था क... >> बाद में रखे सराबों के दयारों में क़दम पहले वो साँस की सरहद पे तो आ कर देखे Share on: