बड़ा अजीब है तहज़ीब-ए-इर्तिक़ा के लिए By Sher << मिलते ही नज़र दिल को मिला... हर एक रात के पहलू से दिन ... >> बड़ा अजीब है तहज़ीब-ए-इर्तिक़ा के लिए तमाम उम्र किसी इक को हम-नवा रखना Share on: