बादलों ने आज बरसाया लहू By Sher << बात पहुँचे समाअत को तासीर... आँखें यूँ ही भीग गईं क्या... >> बादलों ने आज बरसाया लहू अम्न का हर फ़ाख़्ता रोने लगा Share on: