बड़े सुकून से अफ़्सुर्दगी में रहता हूँ By मायूसी, सुकून, Sher << फ़लक से कैसे मिरा ग़म दिख... अभी से इस में शबाहत मिरी ... >> बड़े सुकून से अफ़्सुर्दगी में रहता हूँ मैं अपने सामने वाली गली में रहता हूँ Share on: