बदले हुए से लगते हैं अब मौसमों के रंग By Sher << ख़ुदाया आजिज़ी से मैं ने ... जो ज़लज़ले मिरे क़ल्ब-ओ-ज... >> बदले हुए से लगते हैं अब मौसमों के रंग पड़ता है आसमान का साया ज़मीन पर Share on: