बहसें छिड़ी हुई हैं हयात ओ ममात की By Sher << सब सवालों के जवाब एक से ह... ख़्वाहिशें ख़्वाब दिखाती ... >> बहसें छिड़ी हुई हैं हयात ओ ममात की सौ बात बन गई है 'फ़िराक़' एक बात की Share on: