बहुत कुछ तुम से कहना था मगर मैं कह न पाया By Sher << रुस्वा अगर न करना था आलम ... पूछना चाँद का पता 'आज... >> बहुत कुछ तुम से कहना था मगर मैं कह न पाया लो मेरी डाइरी रख लो मुझे नींद आ रही है Share on: