बाज़ार से आए हाथ ख़ाली By Sher << जिस बरहमन ने कहा है कि ये... ज़ख़्म-ए-फ़ुर्क़त को पलको... >> बाज़ार से आए हाथ ख़ाली कीसे में दाम कुछ न निकला Share on: