बंद रक्खोगे दरीचे दिल के यारो कब तलक By Sher << ग़म-ए-उक़्बा ग़म-ए-दौराँ ... बहुत सी बातें ज़बाँ से कह... >> बंद रक्खोगे दरीचे दिल के यारो कब तलक कोई दस्तक दे रहा है उठ के देखो तो सही Share on: