बंद उस ने कर लिए थे घर के दरवाज़े अगर By Sher << आशिक़ हैं हम को हर्फ़-ए-म... बुझते हुए चराग़ फ़रोज़ाँ ... >> बंद उस ने कर लिए थे घर के दरवाज़े अगर फिर खुला क्यूँ रह गया था एक दर मेरे लिए Share on: