देखा तो एक शो'ले से ऐ शैख़-ओ-बरहमन By Sher << 'दाग़' के शेर जवा... मैं ख़र्च कार-ए-ज़माना मे... >> देखा तो एक शो'ले से ऐ शैख़-ओ-बरहमन रौशन हैं शम-ए-दैर ओ चराग़-ए-हरम बहम Share on: