बरसाओ तीर मुझ पे मगर इतना जान लो By Sher << दिल वो नगर नहीं है कि फिर... कम न थी तेग़ से अदा-ए-ख़ि... >> बरसाओ तीर मुझ पे मगर इतना जान लो पहलू में दिल है दिल में तुम्हारा ख़याल है Share on: