बरसों ख़याल-ए-यार रहा कुछ खिचा खिचा By Sher << हुस्न को हुस्न बनाने में ... सामना आज अना से होगा >> बरसों ख़याल-ए-यार रहा कुछ खिचा खिचा इक दम मिरा जो और तरफ़ ध्यान बट गया Share on: